सूर्यकांत जोग  दीपशिखा गुरुकुल सैनिक स्कूल के हिंदी विभाग में आपका स्वागत है/

१) पूरे विश्व में लगभग 3000 भाषाएं बोली जाती है / जिसमें से एक हिंदी भाषा है हिंदी विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है / हिंदी को संवैधानिक रूप से 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ है /

२) हिंदी के महत्व को बताने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अनुरोध पर 1953 प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता हैI उसी प्रकार 10 जनवरी को अंतररार्ष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है/

हिंदी विभाग प्रमुख

श्री क्षितीज भ. गौतम
एम.ए.( हिंदी) बी.एड.

राजभाषा हिंदी का महत्व शालेय जीवन में विद्यार्थियों को समझना आवश्यक है मातृभाषा मराठी का प्रभाव तथा अंग्रेजी भाषा का भय विद्यार्थी अभिव्यक्ति ने हमेशा बाधा निर्माण करती रही हैI

सुलभ भाषा हिंदी का प्रयोग कर विद्यार्थी देश के किसी भी कोने में अपने विचारों को अभिव्यक्त आसानी से कर सकते हैं क्योंकि यहां क्षेत्रीय पाश्चात्य भाषाओं का बंधन नहीं रह जाता इसलिए विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के अध्ययन का महत्व तथा भविष्य में उसकी उपयोगिता कितनी महत्वपूर्ण है यह स्पष्ट कर देना हिंदी अध्यापकों का कर्तव्य माना गया है/

हिंदी भाषा का ज्ञान, आकलन उपयोजनएवं कौशल विद्यार्थी दैनंदिन पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त करते हैंI विषय का सुबोध एवं क्रमबद्धएवं विचारपूर्ण आलेखन उचितशब्दोका प्रयोग एवं सरल भाषा शैली हिंदी के महत्वपूर्ण गुण है इन्हीं गुणों को विद्यार्थियों में विकसित करने हेतु विविध शालेय उपक्रम का आयोजन दीपशिखा गुरुकुल सैनिक स्कूल में किया जाता है/

१) 14 सितंबर को विद्यालय में हिंदी दिवस मनाया जाता है कक्षा अंतर्गत वाचन स्पर्धा निबंध स्पर्धा आदि का आयोजन किया जाता है/

२) हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा द्वारा आयोजित विविध प्रमाण पत्र परीक्षाओं में विद्यार्थियों को सम्मिलित किया जाता है/

३) शालेय परिपाठ अंतर्गत विद्यार्थियों हिंदी भाषा की प्रतिज्ञा बोध कथा दिनविशेष समाचार आदि प्रस्तुत करते हैं/

४) हिंदी समाचार पत्रों का पठननियमित सभी कक्षाओं द्वारा कराया जाता है/

५)  हिंदी का कलांशमें वार्तालाप करना विद्यार्थियों को अनिवार्य है/

६)स्थानिक विभिन्न विद्यालय सरकारी कार्यालयों द्वारा आयोजित विविध स्पर्धाओ मे  विद्यार्थियों का सहभाग कराया जाता है/ उदाहरणार्थ वन्य जीव सप्ताह, सड़क सुरक्षा सप्ताह, जयंती, पुण्यतिथि आदि.

७) शालेय उपक्रम केअंतर्गत विद्यार्थी हिंदी गीत गायन, कविता पठन लेखन, फिल्मी संगीत आदि में उत्साह से सहभागी होते हैं/

८) प्रतिवर्ष हिंदी भाषा में सर्वाधिक गुण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शिष्यवृत्ती प्रदान की जाती है/

९) विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से लेखन, वाचन का अभ्यास कराने और उनकी अभिव्यक्ति की क्षमता विकसित करने हेतु शालेय हिंदी विभाग कोउपरोक्त गतिविधिया बहुत उपयोगी सिद्ध हुई है और भविष्य में भी रहेगी /

धन्यवाद